श्रीमद भागवत कथा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह
भोपाल। राजधानी भोपाल के साक्षी पैराडाइज चौक में साप्ताहिक संगीतमय श्रीमद भागवत कथा जारी है। मथुरा वृंदावन से आए कथावाचक पंडित आनंद कृष्ण शास्त्री प्रतिदिन अलग-अलग भागवत का अनुसरण कर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर रहे हैं। सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में चार वेद, पुराण, गीता एवं श्रीमद् भागवत महापुराण की व्याख्या पंडित शास्त्री की मुखारविंद से उपस्थित भक्तों को श्रवण करवाई जा रही है। कथावाचक पंडित शास्त्री जी महाराज भगवान श्री कृष्ण के वात्सल्य प्रेम, असीम प्रेम के अलावा उनके द्वारा किए गए विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में व्याप्त अत्याचार, अनाचार, कटुता, व्यभिचार को दूर कर सुंदर-समाज निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं। कथा वाचक ने मौजूद श्रद्धालुओं को बताया कि कामदेव की पराजय का नाम ही महारास है। भगवान श्री कृष्ण ने वृंदावन में यमुना के तट पर जब महारास की तो कामदेव भगवान श्री कृष्ण की परीक्षा लेने आए,लेकिन भगवान श्री कृष्ण का त्याग वैराग्य व गोपियों का भगवान श्री कृष्ण के प्रति सच्चा प्रेम देख कामदेव ने हार स्वीकार कर ली और कहां प्रभु में अगले जन्म में आपका पुत्र बनाकर आना चाहता हूं और कामदेव अगले जन्म में भगवान श्री कृष्ण के प्रदुमन नाम के पुत्र बनकर आए इस तरह भगवान भक्तों से अटूट प्रेम करते हैं। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान होने वाले भजनों पर मौजूद श्रद्धालु जमकर थिरक रहे हैं। चर्चा करते हुए पंडित आनंद कृष्ण शास्त्री ने बताया कि हमने परिवार का नाम राधा रमन रखा है। भागवत कथा सनातन धर्म को आगे बडाकर भारत देश के उत्थान और कल्याण के लिए हम कथा कर रहे है।