एमपी के चुनावी रण में पीएम मोदी ने झोंकी पूरी ताकत,बोले- प्रदेश की जनता-जनार्दन दे रही कमल खिलाने की गारंटी
इंदौर। कल भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती है और मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने उनके गांव जा रहा हूं। इस हिसाब से यह चुनाव अभियान की मेरी आखिरी सभा है। मुझे विश्वास है कि मेरी यह आखिरी सभा चुनाव परिणामों की दृष्टि से नंबर-1 बनेगी। सभाओं में जैसी भीड़ उमड़ रही है, जिस तरह का माहौल इस बार पूरे मध्य प्रदेश में देख रहा हूं, उससे साफ-साफ नजर आ रहा है कि जनता जनार्दन की गारंटी है कि एमपी में कमल खिलेगा। मैं देख रहा हूं कि कांग्रेस इस चुनाव में कहीं टक्कर में नजर नहीं आ रही है। कांग्रेस मध्यप्रदेश में बहुत बड़ी शर्मनाक हार की तरफ बढ़ रही है। मध्यप्रदेश के लोग विकास को चुनेंगे, भाजपा को चुनेंगे। कांग्रेस के पंजे को मिलेगी करारी हार, एमपी चुनेगा भाजपा को बार-बार। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के झाबुआ और शाजापुर में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में सभाओं को संबोधित करते हुए कही। झाबुआ में सांसद जी.एस.डामोर और शाजापुर में सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने भी सभा को संबोधित किया। झाबुआ की सभा के उपरांत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंदौर में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रोड शो किया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा उपस्थित थे।
जनता जान गई, कांग्रेस आई-तबाही लाई
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि झाबुआ के लोगों का गुजरात में आना जाना है। वहां अभी कुछ समय पहले ही चुनाव हुए हैं। आपने देखा होगा कि अंबाजी से लेकर उमरगाम तक पूरे आदिवासी बेल्ट में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। आदिवासी समाज ने कांग्रेस को नकार दिया है। देश और मध्यप्रदेश की जनता ये जान गई है, एक-एक आदिवासी परिवार यह जान गया है कि कांग्रेस आई-तबाही लाई। कांग्रेस ने हमेशा आदिवासी समाज को केवल वोट बैंक के रूप में ही देखा, जबकि डबल इंजन सरकार ने आदिवासी समाज का जीवन बदलने के लिए निरंतर काम किया। राजस्थान में भी आदिवासी समाज कांग्रेस पर भड़का हुआ है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस पर गुस्सा और भाजपा के प्रति अभूतपूर्व उत्साह दिखाई दे रहा है। श्री मोदी जी ने कहा कि कांग्रेस के प्रति आदिवासी समाज के गुस्से और भाजपा के प्रति भरोसे के ठोस कारण हैं। कांग्रेस जब सत्ता में थी, तब तक आदिवासी क्षेत्रों से भुखमरी की खबरें आती थीं। कुपोषित बच्चों की तस्वीरें आती थीं। कांग्रेस के नेता गरीबों की झोपड़ी में जाकर फोटो खिंचवाते थे। उनकी गरीबी दिखाते थे, बदहाली दिखाते थे। और एक बार अगर वह फोटो चमक गई, तो उन आदिवासी परिवारों को भूल जाते थे। यही ड्रामा नाना ने किया, दादी ने किया, पिता ने किया और सबने किया। जिन बच्चों को कांग्रेस के राज में सही पोषण नसीब नहीं हो पाता था, वह बच्चे कांग्रेस नेताओं की तस्वीर सजाने के काम आते थे। यह कहते हुए भी मेरे दिल में बहुत दर्द होता है लेकिन यही सच्चाई है। इस तरह की मानसिकता क्या कभी गरीब का, किसी आदिवासी का भला कर सकती थी? क्या हम उन पर भरोसा कर सकते हैं? क्या हमारी गरीबी उनके फोटो के लिए है? मोदी ने कहा कि कांग्रेस की इसी सोच के कारण दशकों तक हमारे आदिवासी भाई बहन हाशिए पर रहे। अगर हमारे आदिवासी भाइयों के साथ ऐसा ही अन्याय जारी रहता, तो भारत कभी आगे नहीं बढ़ सकता था। इसलिए 2014 में आपने मुझे देश की जिम्मेदारी दी, तो मैंने सबका साथ-सबका विकास का संकल्प लिया। भाजपा ने वंचितों को वरीयता दी। जो समाज के आखिरी छोर पर थे हमने उन्हें सच्ची और सर्वोच्च प्राथमिकता दी। जिन्हें कभी किसी से नहीं पूछा था, जिनकी किसी ने परवाह नहीं की थी, उन सब की परवाह करता है मोदी।
कांग्रेस ने किया शोषण, सुविधाएं दे रही भाजपा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस क्षेत्र में मैंने सालों तक काम किया है। कांग्रेस की सरकारों के समय कांग्रेस के लोग आते थे, कहते थे कि सरकार ने योजना बनाई है, आपको लोन मिलेगा। इतना लोन मिलेगा, जिससे इतनी मुर्गियां आएंगी, फिर इतने अंडे होंगे और फिर मुर्गियां इतनी हो जाएंगी। बेचारा आदिवासी सोचता था कि अंडे और मुर्गी बेचूंगा तो कुछ पैसे मिलेंगे, बच्चों का भला होगा। लेकिन जैसे ही वह लोन लेकर घर पहुंचता था, शाम को ही लाल हेडलाइट वाली गाड़ी उसके घर पहुंच जाती थी। गाड़ी में बैठा व्यक्ति वहीं रात्रि विश्राम के लिए रुकता था और रात में ही दो मुर्गियां साफ हो जाती थी। अगले सप्ताह फिर दूसरा नेता या साहब का बाबू आ जाता था। एक भी अंडा आने से पहले ही उसकी सारी मुर्गियां साफ हो जाती थीं और बेचारा आदिवासी कर्जदार हो जाता था। यही खेल और ऐसी ही ठगी चलती रहती थी। लेकिन हम जो काम करते हैं पक्के इरादे से करते हैं। जब कोविड आया, तो हर तरफ मौत मंडरा रही थी। गांव में किसी बाहरी व्यक्ति को घुसने नहीं दिया जाता था। ऐसा लगने लगा था कि हमारे गरीब आदिवासियों का क्या होगा? यहां से जो बच्चे काम करने बाहर गए थे, वो भी पैदल वापस आ गए। तब मोदी ने तय किया कि किसी गरीब के घर का चूल्हा बुझने नहीं दूंगा, गरीबों को भूखा सोने नहीं दूंगा। तब लोगों को मुफ्त राशन देने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की। इस योजना के अंतर्गत देश के 80 करोड़ लोगों को आज भी मुफ्त राशन मिल रहा है, लेकिन यह योजना दिसंबर में खत्म होने वाली है। मैंने संकल्प ले लिया है कि इस योजना को पांच साल के लिए और आगे बढ़ाऊंगा, ताकि आपको मुफ्त राशन मिलता रहे और अनाज पर जो खर्च होता है, वह पैसा जीवन के अन्य कामों के लिए उपयोग हो जाए। श्री मोदी जी ने कहा कि भाजपा ने मुफ्त राशन, मुफ्त टीकाकरण, मुक्त इलाज की व्यवस्था की है, जिसका लाभ आदिवासी परिवारों को भी हो रहा है। श्री मोदी ने कहा मध्यप्रदेश की सरकार दाल, तेल और चीनी पर भी रियायत देने जा रही है। उन्होंने कहा कि भाईयों और बहनों मोदी ने आपके लिए एक काम और पक्का कर दिया है। आप झाबुआ से कहीं भी जाएं, आपका जो राशन कार्ड यहां पर बना है, उससे वहां पर भी आपको मुफ्त राशन मिलता रहेगा।